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Supreme Court Canceled 2nd 4th Saturday Holiday जानिए समय, कारण और असर।

Supreme Court Canceled 2nd 4th Saturday Holiday जानिए समय, कारण और असर।

Supreme Court Canceled 2nd 4th Saturday Holiday जानिए समय, कारण और असर।

Supreme Court Canceled 2nd 4th Saturday Holiday: भारत के सुप्रीम कोर्ट ने 14 जुलाई से हर महीने के 2nd और 4th शनिवार को कार्यदिवस बनाने की घोषणा की है क्योंकि सुप्रीम कोर्ट का मानना है क्या नए कार्यों में अत्यधिक पेंडेंसी चल रही है अगर आप इस बारे में अधिक जानकारी लेना चाहते हैं तो कृपया इस लेख को आखिर तक पढ़े और जानिए समय, कारण और असर।

Supreme Court Canceled 2nd 4th Saturday Holiday: न्याय में तेजी लाने की पहल

Supreme Court Canceled 2nd 4th Saturday Holiday जानिए समय, कारण और असर।

भारत में लगातार कानूनी मामलों के पेंडेंसी चल रही है जिसकी वजह से लोगों को जल्दी में नहीं मिल पा रहा है इसी वजह को ध्यान में रखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने ने 14 जुलाई 2025 से एक विशाल बदलाव लागू किया है। यानी अब कोरोना के पहले समय के अनुसार हर महीने के दूसरे और चौथे शनिवार को भी सुप्रीम कोर्ट की रजिस्ट्र्री एवं ऑफ़िसेज खुली रहेंगी। यह निर्णय Ministry of Law and Justice ने जारी किए जाने वाले “Supreme Court (Amendment) Rules, 2025” के तहत घोषित किया—जिसका मकसद अदालत सुविधा, प्रशासनिक कामकाज, और मामले निस्तारण की गति को बढ़ाना है इस बदलाव से अदालत की कार्यप्रणाली फिर से कोविड‑पूर्व लय में लौटेगी।

Supreme Court Canceled 2nd 4th Saturday Holiday नये समय सारणी और कार्यदिवस

1. सामान्य कार्यदिवस (सोमवार–शुक्रवार):
     सुबह 10:00 बजे – शाम 5:00 बजे
     4:30 बजे के बाद केवल अर्जेंट स्वीकार किए जाएंगे

2. शनिवार (2nd & 4th):
🔹 सुबह 10:00 – दोपहर 1:00 बजे
🔹 Urgent filings सिर्फ 12:00 बजे तक स्वीकार होंगे

3. छुट्टियाँ (होली, दिवाली,क्रिसमस, न्यू ईयर, विशेष दिन):
🔹 Chief Justice द्वारा अलग समय निर्धारित किया जा सकता है

Supreme Court Canceled 2nd 4th Saturday Holiday क्यों ये निर्णय अहम है?

✅ अदालत की कार्यकुशलता में सुधार:
अभी तक महीने केसर दो शनिवार को ही काम किया जाता था जिसकी वजह से  फाइलिंग और सुनवाई की गति बहुत धीमी होते थे अब जब सप्ताह के चारों शनिवार को कार्य किया जाएगा तो अदालत के कार्य को तेजी से किया जा सकेगा जिससे आम आदमी को न्याय मिलने की पूर्ण संभावना होगी।

प्रशासनिक संसाधनों का बेहतर इस्तेमाल:
इस नियम का फायदा सभी को होगा न सिर्फ आम नागरिकों को बल्कि जल्दी कार्य के वजह से वकीलों,कैशियर और स्टाफ को भी बेहतर सुविधा मिलेंगी।

Accessibility में सुधार:
अभी तक सप्ताह में सिर्फ दो ही शनिवार को कार्य होने की वजह से दूर-दराज के वकीलों, नागरिकों को बहुत अधिक परेशानी का सामना करना पड़ता था लेकिन अब चारों शनिवार को कार्य दिवस बनाने की वजह से आम जनता वह वकीलों को भी शनिवार को  उपस्थित होकर आवश्यक दस्तावेज जमा या कॉपी ले जाने का विकल्प मिलेगा।

Supreme Court Canceled 2nd 4th Saturday Holiday क्या बदलेगा और क्या रहेगा वैसा ही?

Supreme Court Canceled 2nd 4th Saturday Holiday अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

Q1. क्या सु्प्रीम कोर्ट वर्किंग दिवस अन्य न्यायालयों के लिए बाइंडिंग होंगे?
नहीं, ये नियम केवल Supreme Court के लिए लागू हैं—High Courts और District Courts जिम्मेदार नहीं हैं।

Q2. क्या अत्यावश्यक मामलों को अब भी 12 घंटे के बाद स्वीकारा जाएगा?
हाँ, काम काज जारी रहेगा परन्तु 4:30 PM (महीन weekdays) और 12 PM (Saturdays) के बाद सिर्फ “urgent filings” ही स्वीकार होंगी।

Q3. क्या वकालत पेशेवरों को भी शनिवार आना अनिवार्य होगा?
नहीं, कोर्ट खुला रहेगा पर वकील चुन सकते हैं कि वे जरूरत अनुसार ही आएँगे।

Q4. छुट्टियों पर कार्य समय क्या रहेगा?
Chief Justice विशेष दिशानिर्देश जारी करेंगे और holiday operations निर्धारित होंगे।

Q5. क्या यह तत्काल प्रभाव से लागू होगा?
नहीं, 14 जुलाई 2025 से ही लागू होगा। फैसले के बाद न्यायालय इस बदलाव के अनुरूप कामकाज का ढांचा तैयार करेगा।

निष्कर्ष

सुप्रीम कोर्ट (Amendment) Rules, 2025 की वजह से सुप्रीम कोर्ट के कार्य प्रणाली में अत्यधिक तीव्रता देखने को मिलगी यह अमेंडमेंट बिल लागू होने के बाद सुप्रीम कोर्ट के प्रबंधन में आमूल चूल परिवर्तन आयेगा। हर महीने के सभी शनिवार को 10:00 से 13:00 बजे तक कोर्ट खुला रहेगा, जिससे प्रशासनिक एफिशिएंसी बेहतर होगी और लंबित मामलों को निपटाने की गति तेज होगी। इस निर्णय से देश में न्याय के पहुंचने में सुलभता और गति दोनों आएगी।

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